मम्मी – बेटा जरा पापा को बुलाना
बेटा पापा से
-चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
-चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
पापा – जय माता दी…!
बाबा रामदेव ने कहा
“ठण्ड से बचने के लिए पानी मैं
आजवाइन डालकर पिए ”
“ठण्ड से बचने के लिए पानी मैं
आजवाइन डालकर पिए ”
कुछ भक्तों ने ये समझा पानी मैं
आज Wine डालकर पियें।
आज Wine डालकर पियें।
अब सब अच्छा फील कर रहे हैं।
रेलवे स्टेशन पर…
बेगम: प्यास लगीं है पानी तो ला दो
शेख: कयो ना चिकन बिरयानी खिलाऊ?
शेख: कयो ना चिकन बिरयानी खिलाऊ?
बेगम: वाह मुँह मैं पानी आ गया
शेख: बस इसी पानी से काम चला लो!!
शेख: बस इसी पानी से काम चला लो!!
एक दो बादाम खा कर गाणित के पूरे फार्मूला याद थे ।
अब मुट्ठी भर कर खाते है फिर भी बीवी का जन्मदिन याद नहीं रहता।।।
लगता है बादाम नकली आने लगा है
चौधराइन ने चौधरी से कहा:
“अब तू हुक्का मत पिया कर…”
“अब तू हुक्का मत पिया कर…”
चौधरी बोला:
“रै बावली… तन्नै के पता…
इसमें तीन देवता निवास करैं सैं…
“रै बावली… तन्नै के पता…
इसमें तीन देवता निवास करैं सैं…
नीचे जल देवता,
बीच में पवन देव…
और ऊपर अग्नि देवता…!!”
बीच में पवन देव…
और ऊपर अग्नि देवता…!!”
अब चौधरी हुक्का पीता है, और…
चौधराइन हाथ जोड़ के बैठी रहती है…!!
चौधराइन हाथ जोड़ के बैठी रहती है…!!
स्कूल का निरीक्षण चल रहा था।
निरीक्षक लड़कों से: ‘सावधान’।
कोई हिला तक नहीं।
कोई हिला तक नहीं।
निरीक्षक: ‘विश्राम’।
सब वैसे ही खड़े रहे।
सब वैसे ही खड़े रहे।
निरीक्षक-(हेड मास्टर से)
क्या है ये.. इनको इतना भी नहीं आता।
क्या है ये.. इनको इतना भी नहीं आता।
हेडमास्टर: ऐसा नहीं है सर, मैं करवाता हूँ।
हेड मास्टर- ‘सूधा ……सट्ट ।
सब सावधान हो गए।
सब सावधान हो गए।
हेड मास्टर : ‘ढिलो …..धस्स ।
सब विश्राम हो गए।
सब विश्राम हो गए।
हेड मास्टर( निरीक्षक से) –
यो राजस्थान छ भाया। तोहार दिल्ली नाही।
यो राजस्थान छ भाया। तोहार दिल्ली नाही।
निरीक्षक बेहोश।
कटवानें हो अपनें केश…
तो पधारो म्हारे देश…
#म्हारोरँगीलोराजस्थान..
चोटी काटो अभियान
तो पधारो म्हारे देश…
#म्हारोरँगीलोराजस्थान..
चोटी काटो अभियान
——-
पहले नोटबन्दी फिर GST और अब ये बाल काटने वाले बाबा सोने ही नही दे रहे
सभी रात में लागू हुए है
——-
कोन कहता है
राजस्थान में फोग चल रहा है
अरे यहाँ तो औरतों मैं बाल काटने वाली चुड़ैल का ख़ौफ़ चल रहा है”’
राजस्थान में फोग चल रहा है
अरे यहाँ तो औरतों मैं बाल काटने वाली चुड़ैल का ख़ौफ़ चल रहा है”’
——-
नाई समाज भूख हड़ताल करने जा रहा है ।
पता नही उन के पेट पर कौन लात मार रहा है जो बिना पेसो मे बाल काट रहा है
——-
अब ये अफवाह कोन फेला रहा है कि
चौटी काटने के बाद अगले राउंड में
।
।
।
।
।
।
।
आई ब्रो सेट करेगा ।
चौटी काटने के बाद अगले राउंड में
।
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।
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।
।
आई ब्रो सेट करेगा ।
——-
साला अजीब कन्फ्यूज़ हो रहा ह…. की
बाल काटने वाले आएंगे या नाई को 50/- दु
बाल काटने वाले आएंगे या नाई को 50/- दु
——-
नींद नही आती रात को
चैन नही आता दिन को
चैन नही आता दिन को
मैने पूछा रब से – क्या यही प्यार है ?
रब ने कहा:
नही बेटा – बाल काटने वाले आये हुए ह सबका यही हाल ह
नही बेटा – बाल काटने वाले आये हुए ह सबका यही हाल ह
——-
राजस्थान मे चोटी काटने की अफवाहो को लेकर अमैरिका के एक विश्वविधालय मे शोध किया गया
जिसमे यह बताया गया कि चोटी केवल उन्ही लोगो की काटी जा रही है
.
जिनका बचपन का जङूला बाकी है!
जिसमे यह बताया गया कि चोटी केवल उन्ही लोगो की काटी जा रही है
.
जिनका बचपन का जङूला बाकी है!
“ऐडमिन आरती”
जय एडमिन देवा जय एडमिन देवा ।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।।
चोखी चोखी ज्ञान की बात्या खूब घणी बांचा
धर्म करम की गंगा पाप का ना खांचा ।।
धर्म करम की गंगा पाप का ना खांचा ।।
डांट डपट फटकार स थारो नहीं नातों ।
जो कोई एकर आग्यो तो पाछो नहीं जातो।।
जो कोई एकर आग्यो तो पाछो नहीं जातो।।
बिना काम की चौधर थान सुहाव नहीं ।
थे क स्यो बिया होव साची थारी बही ।।
थे क स्यो बिया होव साची थारी बही ।।
या आरती एडमिन जी जो सदस्य गाता ।
उर आनद अति उमड़े मोज करत जाता ।।
उर आनद अति उमड़े मोज करत जाता ।।
जय एडमिन देवा जय एडमिन देवा ।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।
ऐडमिन आरती”
जय एडमिन देवा जय एडमिन देवा ।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।।
चोखी चोखी ज्ञान की बात्या खूब घणी बांचा
धर्म करम की गंगा पाप का ना खांचा ।।
धर्म करम की गंगा पाप का ना खांचा ।।
डांट डपट फटकार स थारो नहीं नातों ।
जो कोई एकर आग्यो तो पाछो नहीं जातो।।
जो कोई एकर आग्यो तो पाछो नहीं जातो।।
बिना काम की चौधर थान सुहाव नहीं ।
थे क स्यो बिया होव साची थारी बही ।।
थे क स्यो बिया होव साची थारी बही ।।
या आरती एडमिन जी जो सदस्य गाता ।
उर आनद अति उमड़े मोज करत जाता ।।
उर आनद अति उमड़े मोज करत जाता ।।
जय एडमिन देवा जय एडमिन देवा ।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।
थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
सरस्वती विद्या मंदिर
मारवाड़,
सरस्वती विद्या मंदिर
मारवाड़,
डिअर सर,
बात या हे के स्कूल में म्हारो मन कोणी लागे,और रात मा नींद भी कोणी आवे,
क्यों कि स्कूल में छोरिया कम हो री हे,ओर म्हारी किलास मा 1बी कोणी हे,
और जे किलास मा हे वो सारी पगली हे,कि देखवा रो मन कोणी करे….
मेडम बी कोई टॉप पटाको कोणी हे,कुछ नी तो कम सु कम 4-5 बडिया मेडम ही राख ल्यो ,थारी बोथ किरपा होवेगी,
घणी खम्मा…
क्यों कि स्कूल में छोरिया कम हो री हे,ओर म्हारी किलास मा 1बी कोणी हे,
और जे किलास मा हे वो सारी पगली हे,कि देखवा रो मन कोणी करे….
मेडम बी कोई टॉप पटाको कोणी हे,कुछ नी तो कम सु कम 4-5 बडिया मेडम ही राख ल्यो ,थारी बोथ किरपा होवेगी,
घणी खम्मा…
थारो स्टूडेंट
नाम लिखू इत्तो बावलो कोणी
नाम लिखू इत्तो बावलो कोणी
अध्यापक –
टेबल पर चाय किसने गिराई? इसे अपनी मातृभाषा मे बोलो ।
टेबल पर चाय किसने गिराई? इसे अपनी मातृभाषा मे बोलो ।
छात्र –
मातृभाषा मतलब मम्मी की भाषा में ?
मातृभाषा मतलब मम्मी की भाषा में ?
अध्यापक – हां ।
छात्र – अरे छाती कूटा म्हारा जीव लियां बिना थने चैन नी पड़े ? ओ की थारो बाप ढोली चाय ?
अध्यापक बेहोश !…
टीचर:
बहुवचन किसे कहते है?
बहुवचन किसे कहते है?
पप्पू:
जब बहू अपने ससुराल वालो को खरी-खोटी सुनाती है
तो उसे बहु वचन कहते है।
जब बहू अपने ससुराल वालो को खरी-खोटी सुनाती है
तो उसे बहु वचन कहते है।
अध्यापक जी बेहोश होते होते बचे।
हद तो तब,
सभी पार हो गई….
सभी पार हो गई….
जब एक लड़का,
क्लास में,
मैडम से…..
क्लास में,
मैडम से…..
May I Go To Toilet…..
बोलकर…..
मूवी देखने चला गया….!!
मूवी देखने चला गया….!!
अध्यापक:
“संतोष आम खाता हैं”
इस वाक्य को अंग्रेजी में ट्रांसलेट करो?
“संतोष आम खाता हैं”
इस वाक्य को अंग्रेजी में ट्रांसलेट करो?
पप्पू ने अंग्रेज़ी में ट्रांसलेट किया:
“Satisfaction is General Account”!!
“Satisfaction is General Account”!!
शिक्षक: MATHS का फुल फॉर्म बताओ..??
छात्र: मेरी आत्मा तुझे हमेशा सताएगी..!
टीचर आज तक सोच रहा है…कि लड़के ने फूल फॉर्म बताया था कि बददुआ दी थी..
मैडम, बच्चे से::
तेरी कॉपी और पेन कहाँ है????
तेरी कॉपी और पेन कहाँ है????
बच्चा-
मेम जबसे आपको देखा
क्या कॉपी और क्या पेन,
तेरे मस्त-मस्त दो नैन,
मेरे दिल का ले गये चैन,
खो गई कॉपी, गुम गया पेन.
मेम जबसे आपको देखा
क्या कॉपी और क्या पेन,
तेरे मस्त-मस्त दो नैन,
मेरे दिल का ले गये चैन,
खो गई कॉपी, गुम गया पेन.
मेरे एक शुभचिंतक ने मुझे यह सुझाव दिया –
कि wife से बहस से नहीं जीतो,
बल्कि अपनी मुस्कान से हराओ।
कि wife से बहस से नहीं जीतो,
बल्कि अपनी मुस्कान से हराओ।
मैंने प्रयास किया ••••••
Wife बोली-
बहुत ज्यादा हंसी आ रही है तुमको आजकल??
लगता है तुम्हारा भूत उतारना पड़ेगा ।।
बहुत ज्यादा हंसी आ रही है तुमको आजकल??
लगता है तुम्हारा भूत उतारना पड़ेगा ।।
सभी लोग इंतज़ार कर रहे है कि
सनी लिओनी KBC में आयें
और अमिताभ ये कहे कि…
और अमिताभ ये कहे कि…
आइये देखते है..
इनके जीवन से जुड़ा दिलचस्प वीडियो.. !!
पुलिस ट्रेनिंग के दौरान , अफसर ने पूछा : ‘ये हाथ में क्या है ?’
सुरेश : “सर , बन्दूक है …!”
अफसर : “ये बन्दूक नहीं ! तुम्हारी इज़्ज़त है , शान है , ये तुम्हारी माँ है माँ . !!”
फिर अफसर ने दूसरे सिपाही रमेश से पूछा : “ये हाथ में क्या है ?”
रमेश : “सर , ये सुरेश की माँ है , उसकी इज़्ज़त है , उसकी शान है और हमारी मौसी है मौसी ..!
सर बेहोश
मुकेश अम्बानी ने पार्टी रखी..
सबको एक हॉल में बिठाया गया
तभी एक घोषणा हुई ….
2 रुपये में अनलिमिटेड ब्रेकफास्ट
….
सब लोग खा कर आराम से बैठ गए…
वहां दूसरी घोषणा हुई
1 रुपये में अनलिमिटेड लंच ….
सब लोगों के साथ और लोग भी वहां पहुंचे पूरा हॉल एकदम फुल
सब लोगों ने भरपेट खाया
शाम को….
वहां तीसरी घोषणा हुई
50 पैसे में अनलिमिटेड डिनर ….
पूरा गांव आ गया.. सब लोगो ने एक साथ भर पेट खाना खाया…
तभी फिरसे घोषणा हुई..
25 पैसे में अनलिमिटेड स्वीट डिश
बस फिर तो आसपास के गॉवों के लोग भी टूट पड़े
अभी वो खा ही रहे थे …..
तभी एक और घोषणा हुई
हाजमोला की गोली 500 रुपये में
अभी लोगों ने गोलिया खरीदी ही थी
तभी एक और जबरदस्त घोषणा हुई
Toilet जाने के 1000 रूपये..
Jio…………ji…………. jio
कुछ नियम, जो न्यूटन भी न बता पाए…!!!
*नियम 1*
अगर ब्रेड आपके हाथ से छूट जाये तो जमीन पर उसी तरफ से गिरेगा जिस तरफ मक्खन लगा हो !
अगर ब्रेड आपके हाथ से छूट जाये तो जमीन पर उसी तरफ से गिरेगा जिस तरफ मक्खन लगा हो !
*नियम 2*
जब आपके हाथ ग्रीस या आटे से पूरी तरह सन चुके होंगे, तभी आपकी नाक में खुजली शुरू हो जाएगी !
जब आपके हाथ ग्रीस या आटे से पूरी तरह सन चुके होंगे, तभी आपकी नाक में खुजली शुरू हो जाएगी !
*नियम 3*
टेलीफोन का नियम, जब भी आप कोई राँग नम्बर डायल करेंगे, वह एन्गेज कभी नहीं मिलेगा।
टेलीफोन का नियम, जब भी आप कोई राँग नम्बर डायल करेंगे, वह एन्गेज कभी नहीं मिलेगा।
*नियम 4*
whats app पर जब कोई मेसेज गलत ग्रुप में पोस्ट हो जाये उस वक्त नेट सबसे तेज चलता है…
आपकी लाख कोशिश के बावजूद वह पलक झपकते ही पहुँच जाता है… और सही पोस्ट पर पहले 2 – 3 मिनट तक डमरू घूमता रहता है… उसके बाद ही मैसेज पहुँच पाता है !
whats app पर जब कोई मेसेज गलत ग्रुप में पोस्ट हो जाये उस वक्त नेट सबसे तेज चलता है…
आपकी लाख कोशिश के बावजूद वह पलक झपकते ही पहुँच जाता है… और सही पोस्ट पर पहले 2 – 3 मिनट तक डमरू घूमता रहता है… उसके बाद ही मैसेज पहुँच पाता है !
*नियम 5*
यदि आप एक लाइन में भीड़ देखकर किसी दूसरी लाइन में चले जाएं, तो वह लाइन तेज़ गति से आगे बढ़ने लगेगी, जिसमें आप पहले खड़े थे !
यदि आप एक लाइन में भीड़ देखकर किसी दूसरी लाइन में चले जाएं, तो वह लाइन तेज़ गति से आगे बढ़ने लगेगी, जिसमें आप पहले खड़े थे !
1990 से पहले जन्म वाले जरुर पढ़े
बहुत अच्छी फीलिंग आयेगी
.
हम लोग,
जो 1947 से 1990
के बीच जन्में है,
We are blessed because,
बहुत अच्छी फीलिंग आयेगी
.
हम लोग,
जो 1947 से 1990
के बीच जन्में है,
We are blessed because,
हमें कभी भी
हमारें माता- पिता को
हमारी पढाई को लेकर
कभी अपने programs
आगे पीछे नही करने पड़ते थे…!
हमारी पढाई को लेकर
कभी अपने programs
आगे पीछे नही करने पड़ते थे…!
स्कूल के बाद हम
देर सूरज डूबने तक खेलते थे
देर सूरज डूबने तक खेलते थे
हम अपने
real दोस्तों के साथ खेलते थे;
net फ्रेंड्स के साथ नही ।
real दोस्तों के साथ खेलते थे;
net फ्रेंड्स के साथ नही ।
जब भी हम प्यासे होते थे
तो नल से पानी पीना
safe होता था और
हमने कभी mineral water bottle को नही ढूँढा ।
तो नल से पानी पीना
safe होता था और
हमने कभी mineral water bottle को नही ढूँढा ।
हम कभी भी चार लोग
गन्ने का जूस उसी गिलास से ही
पी करके भी बीमार नही पड़े ।
गन्ने का जूस उसी गिलास से ही
पी करके भी बीमार नही पड़े ।
हम एक प्लेट मिठाई
और चावल रोज़ खाकर भी
बीमार नही हुए ।
और चावल रोज़ खाकर भी
बीमार नही हुए ।
नंगे पैर घूमने के बाद भी
हमारे पैरों को कुछ नही होता था ।
हमारे पैरों को कुछ नही होता था ।
हमें healthy रहने
के लिए Supplements नही
लेने पड़ते थे ।
के लिए Supplements नही
लेने पड़ते थे ।
हम कभी कभी अपने खिलोने
खुद बना कर भी खेलते थे ।
खुद बना कर भी खेलते थे ।
हम ज्यादातर अपने parents के साथ या grand- parents के पास ही रहे ।
हम अक्सर 4/6 भाई बहन
एक जैसे कपड़े पहनना
शान समझते थे…..
common. वाली नही
एकतावाली feelings …
enjoy करते थे
एक जैसे कपड़े पहनना
शान समझते थे…..
common. वाली नही
एकतावाली feelings …
enjoy करते थे
हमारे पास
न तो Mobile, DVD’s,
PlayStation, Xboxes,
PC, Internet, chatting,
क्योंकि
हमारे पास real दोस्त थे ।
न तो Mobile, DVD’s,
PlayStation, Xboxes,
PC, Internet, chatting,
क्योंकि
हमारे पास real दोस्त थे ।
हम दोस्तों के घर
बिना बताये जाकर
मजे करते थे और
उनके साथ खाने के
मजे लेते थे।
कभी उन्हें कॉल करके
appointment नही लेना पड़ा ।
बिना बताये जाकर
मजे करते थे और
उनके साथ खाने के
मजे लेते थे।
कभी उन्हें कॉल करके
appointment नही लेना पड़ा ।
हम एक अदभुत और
सबसे समझदार पीढ़ी है क्योंकि
हम अंतिम पीढ़ी हैं जो की
अपने parents की सुनते हैं…
और
साथ ही पहली पीढ़ी
जो की
अपने बच्चों की सुनते हैं ।
सबसे समझदार पीढ़ी है क्योंकि
हम अंतिम पीढ़ी हैं जो की
अपने parents की सुनते हैं…
और
साथ ही पहली पीढ़ी
जो की
अपने बच्चों की सुनते हैं ।
मैं एक नारी हुँ प्रेम चाहती हूँ और कुछ नही…..
मैं एक नारी हूँ,मैं सब संभाल लेती हूँ
हर मुश्किल से खुद को उबार लेती हूँ
हर मुश्किल से खुद को उबार लेती हूँ
नहीं मिलता वक्त घर गृहस्थी में
फिर भी अपने लिए वक्त निकाल लेती हूँ
फिर भी अपने लिए वक्त निकाल लेती हूँ
टूटी होती हूँ अन्दर से कई बार मैं
पर सबकी खुशी के लिए मुस्कुरा लेती हूँ
पर सबकी खुशी के लिए मुस्कुरा लेती हूँ
गलत ना होके भी ठहराई जाती हूँ गलत
घर की शांति के लिए मैं चुप्पी साध लेती हूँ
घर की शांति के लिए मैं चुप्पी साध लेती हूँ
सच्चाई के लिए लड़ती हूँ सदा मैं
अपनों को जिताने के लिए हार मान लेती हूँ
अपनों को जिताने के लिए हार मान लेती हूँ
व्यस्त हैं सब प्यार का इजहार नहीं करते
पर मैं फिर भी सबके दिल की बात जान लेती हूँ
पर मैं फिर भी सबके दिल की बात जान लेती हूँ
कहीं नजर ना लग जाये मेरी अपनी ही
इसलिए पति बच्चों की नजर उतार लेती हूँ
इसलिए पति बच्चों की नजर उतार लेती हूँ
उठती नहीं जिम्मेदारियाँ मुझसे कभी कभी
पर फिर भी बिन उफ किये सब संभाल लेती हूँ
पर फिर भी बिन उफ किये सब संभाल लेती हूँ
बहुत थक जाती हूँ कभी कभी
पति के कंधें पर सर रख थकन उतार लेती हूँ
पति के कंधें पर सर रख थकन उतार लेती हूँ
नहीं सहा जाता जब दर्द,औंर खुशियाँ
तब अपनी भावनाओं को कागज पर उतार लेती हूँ
तब अपनी भावनाओं को कागज पर उतार लेती हूँ
कभी कभी खाली लगता हैं भीतर कुछ
तब घर के हर कोने में खुद को तलाश लेती हूँ
तब घर के हर कोने में खुद को तलाश लेती हूँ
खुश हूँ मैं कि मैं किसी को कुछ दे सकती हूँ
जीवनसाथी के संग संग चल सपने संवार लेती हूँ
जीवनसाथी के संग संग चल सपने संवार लेती हूँ
हाँ मैं एक नारी हूँ,मैं सब संभाल लेती हूँ
अपनों की खुशियों के लिए अपना सबकुछ वार देती हूँ।
अपनों की खुशियों के लिए अपना सबकुछ वार देती हूँ।
बहन से कलाई पर राखी तो बँधवा ली,
500 रू देकर रक्षा का वचन भी दे डाला!
500 रू देकर रक्षा का वचन भी दे डाला!
राखी गुजरी, और धागा भी टूट गया,
इसी के साथ बहन का मतलब भी पीछे छूट गया!
इसी के साथ बहन का मतलब भी पीछे छूट गया!
फिर वही चौराहों पर महफिल सजने लगी,
लड़की दिखते ही सीटी फिर बजने लगी!
लड़की दिखते ही सीटी फिर बजने लगी!
रक्षा बंधन पर आपकी बहन को दिया हुआ वचन,
आज सीटियों की आवाज में तब्दील हो गया !
आज सीटियों की आवाज में तब्दील हो गया !
रक्षाबंधन का ये पावन त्यौहार,
भरे बाजार में आज जलील हो गया !!
भरे बाजार में आज जलील हो गया !!
पर जवानी के इस आलम में,
एक बात तुझे ना याद रही!
एक बात तुझे ना याद रही!
वो भी तो किसी की बहन होगी
जिस पर छीटाकशी तूने करी !!
जिस पर छीटाकशी तूने करी !!
बहन तेरी भी है, चौराहे पर भी जाती है,
सीटी की आवाज उसके कानों में भी आती है!
सीटी की आवाज उसके कानों में भी आती है!
क्या वो सीटी तुझसे सहन होगी,
जिसकी मंजिल तेरी अपनी ही बहन होगी?
जिसकी मंजिल तेरी अपनी ही बहन होगी?
अगर जवाब तेरा हाँ है, तो सुन,अगर रास्ता खूबसूरत है तो,
चौराहे पर तुझे बुलावा है!
चौराहे पर तुझे बुलावा है!
फिर कैसी राखी, कैसा प्यार
सब कुछ बस एक छलावा है!!
सब कुछ बस एक छलावा है!!
बन्द करो ये नाटक राखी का,
जब सोच ही तुम्हारी खोटी है!
जब सोच ही तुम्हारी खोटी है!
हर लड़की को इज़्ज़त दो ,
यही रक्षाबंधन की कसौटी है!
यही रक्षाबंधन की कसौटी है!
अगर रास्ता खूबसूरत है तो,
पता कीजिये
किस मंजिल की तरफ जाता है !
लेकिन अगर मंजिल खूबसूरत हो तो,
कभी रास्ते की परवाह मत कीजिये !!
मेहनत का फल और
समस्या का हल
देर से ही सही मिलता जरूर है..
पिंड दी सरदारनी अपने सरदार नू :
सरदार जी आज मकडोनाल्ड चलिए.?
सरदार जी आज मकडोनाल्ड चलिए.?
सरदार –
स्पेलिंग दस दे.. फेर चलेंगे..
स्पेलिंग दस दे.. फेर चलेंगे..
सरदारनी: फेर KFC चलदे हाँ…
सरदार- KFC दी फुल फॉर्म बोल फेर चलदे हां.
सरदार- KFC दी फुल फॉर्म बोल फेर चलदे हां.
सरदारनी – रहन दे कुत्तेया
कुलचे छोले ही खवा दे.. !
कुलचे छोले ही खवा दे.. !
सरदार टी टी से :
मुझे सुबह 4 बजे लुधियाना में उठा देना । अगर में ना जागू तो ज़बरदस्ती उतार देना..
मुझे सुबह 4 बजे लुधियाना में उठा देना । अगर में ना जागू तो ज़बरदस्ती उतार देना..
सुबह 8 बजे सरदार जागा तो
लुधियाना निकल चूका था
और ट्रेन अमृतसर पहुँच रही थी ..
लुधियाना निकल चूका था
और ट्रेन अमृतसर पहुँच रही थी ..
सरदार टी टी को खूब गालियाँ देने लगा ..
टी टी चुप चाप था ।
टी टी चुप चाप था ।
लोगों ने टी टी से कहा:
वो इतनी गालियाँ दे रहा है और चुप चाप सुन रहे हो ?
वो इतनी गालियाँ दे रहा है और चुप चाप सुन रहे हो ?
टी टी: में ये सोच रहा हूँ की सुबह 4 बजे जिस सरदार को ज़बरदस्ती उतार दिया था,
वो कितनी गालियाँ दे रहा होगा ….
वो कितनी गालियाँ दे रहा होगा ….
एक नीग्रो (बहुत ही काला व्यक्ति) बस में अपने छोटे से बच्चे को गोद में लेकर चढ़ा.
कंडक्टर ने उसका बच्चा देखकर कहा-
“इतना काला बच्चा मैंने आज तक नहीं देखा”……
“इतना काला बच्चा मैंने आज तक नहीं देखा”……
नीग्रो को बहुत गुस्सा आया, लेकिन वो कुछ नहीं बोला
और भुभुनाते हुए सीट पर जा कर बैठ गया।
और भुभुनाते हुए सीट पर जा कर बैठ गया।
बगल में बैठे “सरदार जी” ने उससे पूछा:
“क्या हुआ भाई साहब”?
“क्या हुआ भाई साहब”?
नीग्रो ने सरदार से कहा:
अरे भाई, उस कंडक्टर ने बेइज्जती कर दी।
अरे भाई, उस कंडक्टर ने बेइज्जती कर दी।
सरदार:
अरे मार साले को जाकर।
ला ये चिम्पांजी का बच्चा मुझे पकड़ा दे… साला काटेगा तो नहीं..?
अरे मार साले को जाकर।
ला ये चिम्पांजी का बच्चा मुझे पकड़ा दे… साला काटेगा तो नहीं..?
“ये मोबाइल हमारा है
पतिदेव से भी प्यारा है”
पतिदेव से भी प्यारा है”
उठते ही मोबाइल के दर्शन पहले पाऊ मै।
पति परमेशवर को ऐसे में बस भूल ही जाऊ मै।
पति परमेशवर को ऐसे में बस भूल ही जाऊ मै।
मध्यम आंच पर चाय चड़ाऊ मै।
वोट्सअप को पढती जाऊ मै।
वोट्सअप को पढती जाऊ मै।
चाय उबल कर हो गई काडा।
चिल्ला रहे है पति देव हमारा।
चिल्ला रहे है पति देव हमारा।
कानो में है ईयरफ़ोन लगाया।
अब मैने फेसबुक है चलाया।
अब मैने फेसबुक है चलाया।
रोटी बनाने कि बारी आई।
दाल गैस पर चढा कर आई।
दाल गैस पर चढा कर आई।
इतने में सखी का फ़ोन आया।
पार्टी का उसने संदेशा सुनाया।
पार्टी का उसने संदेशा सुनाया।
करने लगी बाते मैं प्यारी।
इतने में भिन्डी हो गई करारी।
इतने में भिन्डी हो गई करारी।
सासूजी चबा ना पाई।
मन ही मन वो खूब बडबड़ाई।
मन ही मन वो खूब बडबड़ाई।
ससुर जी बैठे है बाथरूम में।
खत्म हो गया पानी टंकी में।
खत्म हो गया पानी टंकी में।
कैंडी-कृश गेम में उलझ गई थी मैं।
मोटर चालु करना ही भूल गई थी मैं।
मोटर चालु करना ही भूल गई थी मैं।
ग्रुप कि एडमिन बन कर है नाम बहुत कमाया।
सबके घर की बहुओ को अपने ही साथ उलझाया।
सबके घर की बहुओ को अपने ही साथ उलझाया।
बच्चो की मार्कशीट के मार्क्स ही ऐसे आए।
जो पति परमेश्वर के दिल को ना है भाए।
जो पति परमेश्वर के दिल को ना है भाए।
उसे देख पतिदेव ने सिंघम रूप बनाया।
“आता माझी सटकली” हमको है सुनाया
“आता माझी सटकली” हमको है सुनाया
घर का बजा रहा है बाराह।
ऐसा है मोबाइल हमारा!!
ऐसा है मोबाइल हमारा!!
लालू चाचा दूर के
चारा खाये चूर के
नितीश को दिया प्याली में
समधी को दिया थाली में
नितीश गए रूठ
गठबंधन गया टूट!!
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