सोमवार, 23 जून 2014

सामान्य विज्ञान (भाग 2)

♦ लसीकाणु (लिम्फोसाइट) कोशिका प्रतिरक्षी पैदा करती है। ♦ भारत ने अपना पहला अंतरिक्षयान आर्यभट्ट 1975 मेँ प्रक्षेपित किया। ♦ भारत की प्रथम जमीन से हवा मेँ मार करने वाली निम्न दूरी की मिसाइल त्रिशूल है। ♦ बल की इकाई डाइन है। ♦ सामान्य व्यक्ति की नब्ज की गति 70-80 के मध्य होती है। ♦ प्रकाश वर्ष मेँ दूरी मापी जाती है। ♦ रमन प्रभाव प्रकाश से संबंधित है। ♦ पारे का रासायनिक सूत्र Hg है। ♦ यदाकदा ऐसा अनुभव किया गया है कि थर्मस मेँ जब खोलता हुआ पानी डाला जाता है तो शीशा चटक जाता है, क्योँकि खोलता हुआ तरल पदार्थ अधिक दबाव डालता है। ♦ हवा मेँ ऑक्सीजन की मात्रा लगभग प्रतिशत 20 % है। ♦ सूर्य के प्रकाश से विटामिन डी प्राप्त होता है। ♦ गर्मी मेँ दूध मेँ वसा तत्त्वोँ की मात्रा मेँ कमी हो जाती है। ♦ बैटरी मेँ सल्फ्यूरिक एसिड का उपयोग किया जाता है। ♦ युवा व्यक्ति के दिल की धड़कन औसत प्रति मिनट 72 होती है। ♦ विद्युत बल्ब मेँ नाइट्रोजन गैस भरी जाती है। ♦ रात्रि के समय वृक्ष के नीचे सोना उपयुक्त नहीँ माना जाता है क्योँकि उस समय पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड गैस छोड़ते हैँ। ♦ एनीमिया रोग आयरन (लौह) की कमी से होता है। ♦ जल का रासायनिक सूत्र H²O है। ♦ स्वर्ण धातु पर हवा एवं ऑक्सीजन का प्रभाव न्यूनतम होता है। ♦ एक स्वस्थ मनुष्य अधिकतम कैलोरी की खपत फुटबॉल खेलते हुए करता है। ♦ नाभिकीय विखंडन मेँ ऊर्जा विमोचन रासायनिक ऊर्जा के रूप मेँ होता है। ♦ अस्थि और उपास्थि के निर्माण और अनुरक्षण के लिए कैल्शियम तत्त्व की मुख्य आवश्यकता होती है। ♦ प्रोटीँस मेँ आमतौर पर मिलने वाली एमिनो अम्लोँ की संख्य 20 होती है। ♦ हवाई जहाज का आविष्कार ओरविल एवं विलियम राइट ने किया। ♦ वैज्ञानिक थॉम्स एल्वा एडीसन के नाम सर्वाधिक आविष्कारोँ का पैटेण्ट हुआ है। ♦ रूस के अंतरिक्ष स्टेशन का नाम मीर है। ♦ फैदोमीटर समुद्र की गहराई नापने वाले यंत्र का नाम है। ♦ यदि किसी रेडियोएक्टिव तत्त्व का 75 प्रतिशत भाग 24 वर्ष मेँ विघटित होता है तो उस तत्त्व का अर्द्धायु काल 12 वर्ष होगा। ♦ प्लास्टर ऑफ पेरिस डी-हाइड्रेशन के कारण जमता है। ♦ ध्रुवण की घटना यह दर्शाती है कि प्रकाश तरंगे अनुप्रस्थ प्रकृति की होती हैँ। ♦ प्राकृतिक गैस के अवयव के रूप मेँ प्राप्त होने वाली प्रमुख अक्रिय गैस हीलियम है। ♦ डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम को भारतीय प्रक्षेपास्त्रोँ के पूर्ण स्वदेशी कार्यक्रम का निर्माता माना जाता है। ♦ ध्वनि की तीव्रता को डेसीबल मेँ मापा जाता है। ♦ ग्लोबल वार्मिँग ग्रीन हाऊस का प्रभाव है। ♦ श्री हरिकोटा स्थान भारत के रॉकेट प्रक्षेपण के लिए प्रसिद्ध है। ♦ ओजोन मंडल मेँ छिद्र के लिए उत्तरदायी गैस क्लोरोफ्लोरो कार्बन है। ♦ प्रथम भारतीय वैज्ञानिक जगदीशचन्द्र बसु ने विश्व मेँ लघु तरंग रेडियो का आविष्कार किया। ♦ कम्प्यूटर के निर्माण मेँ सिलिकॉन की आवश्यकता होती है। ♦ कारखानोँ से निकलने वाले प्रदूषित धुएँ से दमा रोग होता है। ♦ रिएक्टर स्केल का प्रयोग भूकम्प को नापने मेँ होता है। ♦ अनियंत्रित औद्योगिकीकरण से अम्ल वर्षा होती है। यह मुख्य रूप से नाइट्रस और सल्फर डाइऑक्साइड के कारण होती है। ♦ आमतौर से श्वसनीय शोथ रोग पेशी खिँचाव की दशाओँ से सम्बद्ध होता है। ♦ भौतिक परिवर्तन से पदार्थ के भौतिक गुणोँ मेँ परिवर्तन होता है। यह परिवर्तन अस्थाई एवं उत्क्रमणीय होता है। भौतिक परिवर्तन के उदाहरण— सोने का पिघलना, काँच का टूटना, शक्कर का पानी मेँ घुलना, आश्वन, संघनन, उर्ध्वपातन आदि। ♦ रासायनिक परिवर्तन स्थाई एवं सामान्यतः अनुत्क्रमणीय होते हैँ। उदाहरण— कोयले का जलना, लोहे पर जंग लगना, दूध का दही बनना, अवक्षेपण, किण्वन, दहन आदि। ♦ भौतिक राशियोँ के मात्रक– • दूरी — मीटर • भार/बल — न्यूटन • कार्य/ऊर्जा — जूल • समय — सैकण्ड • तरंग दैर्ध्य — एंग्स्ट्राम • आवृत्ति — कम्पन प्रति सै. (हर्ट्ज) • विभवान्तर — वोल्ट • विद्युत आवेश — कूलाम • शक्ति — वाट • द्रव्यमान — किलोग्राम • ताप — केल्विन • शोर (ध्वनि) की तीव्रता — डेसीबल (dB) • विद्युत धारा — एम्पीयर • प्रतिरोध — ओम • दाब — पास्कल • विद्युत धारिता — फैरड। ♦ घरोँ मेँ भेजी जाने वाली प्रत्यावर्ती धारा की वोल्टता 220 वोल्ट तथा आवर्ती 50 चक्र प्रति सैकण्ड या हर्ट्ज होती है। ♦ घरोँ मेँ लगे विद्युत उपकरण बल्ब, पंखा, दूरदर्शन, हीटर, रेफ्रीजरेटर आदि को समान्तर क्रम मेँ लगाया जाता है। ♦ विद्युत परिपथ मेँ धारा प्रवाहित करने पर प्रति सैकण्ड किये गये कार्य या कार्य करने की दर को विद्युत शक्ति कहते हैँ। विद्युत शक्ति का मात्रक जूल प्रति सैकण्ड या वाट है। ♦ वाट शक्ति का छोटा मात्रक है। 1 किलोवाट = 1000 वाट, 1 मेगावाट = 1000000 वाट, 1 अश्वशक्ति (Horse Power) = 746 वाट। ♦ यदि किसी बल्ब पर 100 वाट तथा 220 वोल्ट लिखा है तो इसका तात्पर्य है कि बल्ब 220 विभवान्तर पर प्रयुक्त करने पर 100 वाट शक्ति व्यय करेगा अर्थात् 1 सैकण्ड मेँ 100 जूल ऊर्जा खर्च होगी। ♦ विद्युत ऊर्जा को किलोवाट घण्टा मेँ मापा जाता है। 1 किलोवाट घण्टा को एक यूनिट कहते हैँ। एक किलोवाट घण्टा (KWh) = 1000 वाट x घण्टा = 1000 X 60 X 60 वाट सैकण्ड = 3.6 x 10&sup6; ♦ ऊर्जा रूपान्तरित करने वाले कुछ उपकरण – • डायनमो — यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा मेँ • ट्यूब लाइट — विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा मेँ • विद्युत मोटर — विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा मेँ • विद्युत बल्ब — विद्युत ऊर्जा को प्रकाश एवं ऊष्मा ऊर्जा मेँ • लाऊडस्पीकर — विद्युत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा मेँ • सोलर सेल — सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा मेँ • मोमबत्ती — रासायनिक ऊर्जा को प्रकाश एवं ऊष्मा ऊर्जा मेँ • माइक्रोफोन — ध्वनि ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा मेँ • विद्युत सेल — रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा मेँ • सितार — यांत्रिक ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा मेँ।

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